आओ हम सब मिलकर बदल दें भविष्य का चित्र, प्रकृति को बना लें अपना अभिन्न मित्र। आओ हम सब मिलकर बदल दें भविष्य का चित्र, प्रकृति को बना लें अपना अभिन्न मित्र।
ना काट इन पेड़ों को तू, खुद को तबाही के तरफ तू खींचने लगा है.. ना काट इन पेड़ों को तू, खुद को तबाही के तरफ तू खींचने लगा है..
इस दर्द को दर्द समझे बिना मरहम लगाया हर बार में चिल्लाई तभीआकर मुझे बचाया । इस दर्द को दर्द समझे बिना मरहम लगाया हर बार में चिल्लाई तभीआकर मुझे बचाया ।
तब भगवान कहेगा, जो तुम्हारे पास है उसे ही नहीं बचा पाये तो मेरे बरसने का क्या फायदा...! तब भगवान कहेगा, जो तुम्हारे पास है उसे ही नहीं बचा पाये तो मेरे बरसने का क्य...
नारी शक्ति ही निहित है , सृष्टि के संचालन में वो मूर्ति नहीं , है इंसान इस अग जग में नारी शक्ति ही निहित है , सृष्टि के संचालन में वो मूर्ति नहीं , है इंसान इस अ...
कभी तो समझेंगें वो मुझे, बस इसी सब्र में ही, क्या बची ज़िन्दगी कटेगी मेरी रसोई-घर में ही। कभी तो समझेंगें वो मुझे, बस इसी सब्र में ही, क्या बची ज़िन्दगी कटेगी मेरी रसोई-घर...